उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने भारतीय मध्यस्थता प्रणाली में सुधार की जरूरत पर बल दिया है। आज नई दिल्ली में सोसायटी ऑफ इंडियन लॉ फर्म भवन के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में उन्होंने यह बात कही। श्री धनखड ने सार्थक सुधारों को प्रोत्साहन देने में संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए संस्थान अपने-अपने क्षेत्रों सामूहिक सूझ-बूझ को सम्मिलित करेंगे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मध्यस्थता प्रक्रिया सौहार्दपूर्ण होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक वैश्विक मध्यस्थता केन्द्र के रूप में उभरने के लिए भारत के पास सब-कुछ है।