मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
signal

अक्टूबर 13, 2024 12:06 अपराह्न

printer

उत्तर प्रदेश: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया विजयदशमी पर्व

विजयदशमी का पर्व कल पूरे देश में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में हर साल मनाया जाता है। इस मौके पर राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी दिल्‍ली के लाल किला मैदान में श्री धार्मिक लीला कमेटी द्वारा आयोजित विजयादशमी समारोह में शामिल हुए। उधर, गोरक्षपीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में सामाजिक समरसता की प्रतीक परम्परागत विजय शोभा यात्रा में शामिल हुए। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने भी इस शोभा यात्रा का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजन अपनी विरासत से जोड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।

 

आज से हजारों वर्षों पहले दुनिया ने जब सभ्यता नहीं सीखी थी दुनिया में जब मानवीय लक्षण नहीं थे तब भारत में एक सभ्य समाज निवास करता था। ये रामायण काल और वैदिक काल इस बात का उदाहरण देता है। महाभारत काल इस बात का उदाहरण प्रस्तुत करता है और उस उदाहरण के साथ आज आप अपनी विरासत के साथ जुड़ कर के विजयादशमी जैसे पर्व में। गोरखपुर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साथ इस पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए कार्यक्रम के साथ जुड़ रहे हैं। यह शोभा यात्रा हर साल गोरक्ष पीठाधीश्वर की अगुवाई में निकाली जाती है।

 

इससे पहले श्री योगी ने गोरक्षनाथ मंदिर में तिलकोत्सव समारोह मंे भाग लिया, जिसमें साधु-संतों ने उनको तिलक लगाकर सम्मानित किया और नाथ सम्प्रदाय की विशेष परम्परा के अनुसार उन्हें नमन किया। उन्होंने कल सुबह गुरु गोरखनाथ का विशेष पूजन अर्चन भी किया । मुख्यमंत्री ने शाम को गोरखपुर के मानसरोवर रामलीला मैदान में आयोजित प्रभु श्रीराम के राजतिलक समारोह में हिस्सा लिया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगर हम संगठित रहेंगे तो सुरक्षित भी रहेंगे। हमे संगठित होकर स्वतंत्रता दिलाने वाले अनेकानेक बलिदानियों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना है।

 

उधर, प्रदेश के सभी जिलों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बुराई के प्रतीक रावण के पुतलों का दहन किया किया गया । राम नगरी अयोध्या में विजय दशमी पर विशेष उल्लास का माहौल रहा । गोरखपुर के बर्डघाट में प्रभु श्रीराम के जयघोष के साथ रावण का पुतला दहन किया गया । शिव नगरी वाराणसी में भी दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया ।

 

बनारस के रेल इंजन कारखाना में 75 फुट के रावण, 65 फुट के कुंभकरण 60 फुट की मेघनाथ के पुतला दहन को देखने के लिए काफी संख्या में भीड़ उमड़ी रही। इस आयोजन की शुरुआत में रामचरित मानस पर आधारित एक बेहद रोचक नाट्य प्रस्तुति की गई। इस अद्भुत कार्यक्रम में आकर्षक आतिशबाजी भी हुई जिसने, दर्शकों का मन मोह लिया। इसके अलावा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ मलदहिया चैराहे पर भी 35 फुट के रावण का दहन किया गया। आकाशवाणी समाचार के वाराणसी से मनीष सिंह।

 

रावण की ससुराल और मंदोदरी का मायके के रूप में पहचान रखने वाले मेरठ जिले की रामलीला का प्रदर्शन विशेष ड्रोन द्वारा आसमान पर रंग बिरंगे लाइट के जरिये किया गया। रामायण सीरियर में प्रभु श्रीराम का किरदार निभाने वाले मेरठ के सांसद अरूण गोविल ने वहां रावण का पुतला जलाया।

 

इस बीच, प्रदेश के कई जिलों में दुर्गा प्रतिमाओं का विजर्सन भी कल से शुरू हो गया है। जगह-जगह दशहरा मेलों के आयोजन किये गये।

 

पड़ोसी देश नेपाल में कल ही सबसे बड़ा त्‍योहार दशयन मनाया गया। इस त्योहार का अंतिम दिवस टीका उत्सव के रूप में सपरिवार मनाया जाता है। इस दौरान परिवार में सबसे वरिष्‍ठ सदस्‍य समस्‍त परिवार के माथे पर तिलक लगाता है।

सर्वाधिक पठित

सम्पूर्ण जानकारी

कोई पोस्ट नहीं मिला