लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के 8 जिलों में 26 अप्रैल को मतदान होना है। इस चरण में अमरोहा संसदीय सीट के लिए भी मतदान शामिल है। इस सीट के लिये आठ निर्दलीय प्रत्याशियों सहित कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके राजनीतिक भाग्य का फैसला यहां के 17 लाख 13 हजार से अधिक मतदाताओं के हाथ में हैं। क्षेत्र में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है।
इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सांसद कंवर सिंह तंवर को लगातार तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं पिछली बार सपा-बसपा गठबंधन के तहत बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते कुंवर दानिश अली इस बार कांग्रेस-सपा गठबंधन के अन्तर्गत कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं।
बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर एकदम नया चेहरा मुजाहिद हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाया है। अमरोहा लोकसभा सीट पर 17 लाख 13 हजार 154 मतदाता 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 9 लाख 6 हजार 779 पुरुष मतदाता और 8 लाख 6 हजार 318 महिला मतदाताओं के अलावा 57 ट्रांसजेंडर मतदाता भी शामिल हैं।
भाजपा प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर ने वर्ष 2014 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार हुमैरा अख्तर को हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन साल 2019 के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उस चुनाव में बसपा-सपा गठबंधन के कुंवर दानिश अली ने जीत हासिल की थी। इस बार फिर कंवर सिंह तंवर और कुंवर दानिश अली चुनाव मैदान में आमने सामने हैं। सभी उम्मीदवार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं के बीच जाकर उनका समर्थन जुटाने की कोशिश में लगे हैं।
अब तक भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जसवंत सिंह और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी चुनावी जनसभाएं कर चुके हैं। आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभा भी इस लोकसभा क्षेत्र में प्रस्तावित है।
दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुनावी जनसभाएं भी प्रस्तावित हैं। मरोहा लोकसभा सीट के अन्तर्गत पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें धनौरा सुरक्षित सीट के अलावा नौगवां सादात, अमरोहा, हसनपुर और हापुड़ जिले का गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा क्षेत्र शामिल है। इन विधानसभा क्षेत्रों में हसनपुर, धनौरा तथा गढ़मुक्तेश्वर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक चुने गये हैं, जबकि नौगंवा सादात और अमरोहा सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं।
यह संसदीय क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया था और पहले तीन चुनाव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के हिफजुर रहमान स्योहारवी ने जीते थे। वर्ष 1967 और 1971 के चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इसहाक़ संभली ने जीत दर्ज की थी और वर्ष 1977 तथा 1980 में भारतीय जनता पार्टी के चन्द्रपाल सिंह ने जीत हासिल की थी। वर्ष 1984 के चुनाव में कांग्रेस के रामपाल सिंह ने और 1989 में जनता दल के हरगोविंद सिंह ने इस सीट के माध्यम से संसद में अपनी जगह बनाई थी।
साल 1991 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मशहूर क्रिकेटर चेतन चौहान ने यह सीट जीती थी और 1996 में समाजवादी पार्टी के प्रताप सिंह सैनी विजयी रहे थे। चेतन चौहान ने एक बार फिर 1998 में अमरोहा सीट से जीत हासिल की, लेकिन 1999 के चुनाव में यहां से बहुजन समाज पार्टी के राशिद अल्वी विजयी रहे। वर्ष 2004 में निर्दलीय उम्मीदवार हरीश नागपाल और 2009 में राष्ट्रीय लोकदल के देवेन्द्र नागपाल विजयी रहे। वर्ष 2014 के चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते और 2019 में बसपा के हिस्से में रही।