उत्तराखण्ड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के प्रयास लगातार जारी हैं। वनाग्नि पर कुछ हद तक काबू भी पा लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जंगलों में लगी आग को बुझाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत में श्री धामी ने कहा कि नैनीताल के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए सेना सहित समाजिक संगठनों की भी मदद ली जा रही है। पौडी पुलिस ने एक संदेश में कहा है कि वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले के खिर्सू विकासखण्ड के आरक्षित वन क्षेत्र में आग लगाने की कोशिश कर रहे 5 लोगों को नागदेव रेंज के कर्मचारियों ने पकड़ लिया है। आरोपितों को न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जा रहा है। बागेश्वर जिले में भी जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अल्मोड़ा जिले में पातालदेवी के पास जंगल में लगी आग को फायर ब्रिगेड ने बुझाकर आबादी वाले क्षेत्र तक पहुंचने से पहले रोक दिया।
नैनीताल जिले के भवाली रेंज के महेशखान में आग लगने की खबर है और इसे बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिले के टीट कोटाबाग और फतेहपुर रेंज के उन्याली बीट कक्ष संख्या सात के जंगलों में भी आग लगने की ख़बर है। वर्तमान में वन विभाग के 22 वन कर्मियों सहित 30 एनडीआरएफ के जवानों और 16 फायर वाचर, 22 श्रमिक तथा 17 पीआरडी के जवान आग बुझाने के प्रयास कर रहे हैं। वहीं, अल्मोड़ा में दो, जबकि पौड़ी जिले में भी तीन वनाग्नि की घटनांए दर्ज की गई हैं। सभी स्थानों पर आग बुझाने के प्रयास जारी हैं।
 
									 
						 
									 
									 
									 
									