प्रदेश सरकार पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को विकसित करेगी। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि मद्महेश्वर धाम के विकास और गौरीकुंड स्थित मां गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कार्यदायी संस्था को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। मद्महेश्वर धाम के विकास और गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश में लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था नामित करते हुए बीकेटीसी से समन्वय स्थापित करते हुए डीपीआर तैयार करने को कहा गया है।
इस संबंध में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि मद्महेश्वर धाम के विकास से श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने के साथ ही क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। गौरतलब है कि तीन हजार चार सौ 97 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मद्महेश्वर धाम रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ विकास खंड में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए श्रद्वालुओं को करीब 14 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है।
 
									 
						