प्रदेश सरकार चंपावत जिले के किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में जुटी है। इसके लिए जिले में 10 हेक्टेयर भूमि में रेशम फार्म का निर्माण किया जा रहा है। योजना के तहत पहले चरण में जिले की 11 ग्राम पंचायतों के 2 सौ 50 किसानों की भूमि पर शहतूत और मणिपुरी बाँज के पौधे रोपे गए हैं, ताकि किसान रेशम उत्पादन कर अपना रोजगार कमा सकें।
रेशम विभाग के जिला प्रभारी जीवन खर्कवाल ने आकाशवाणी से बातचीत में बताया कि जिले में रेशम फार्म का निर्माण किया जा रहा है, जिससे भविष्य में जिले के किसान रेशम उत्पादन कर अपनी आजीविका बढ़ा सकेंगे।