अपर मुख्य सचिव, वित्त, आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में पूंजीगत व्यय की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान वर्तमान वित्तीय वर्ष में पूंजीगत परिव्यय की बढ़ोतरी, पूंजी निवेश की स्थिति के लिए विशेष सहायता और बजट भाषण में निर्दिष्ट संतृप्तता बिन्दुओं पर विभाग द्वारा की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई। इस दौरान श्री बर्द्धन ने पूंजीगत विकास के लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से प्राप्त किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत बढोतरी के साथ समयबद्ध व्यय किये जाने पर केंद्र सरकार प्रोत्साहन राशि देती है। पिछले साल अच्छी पूंजीगत प्रगति के चलते राज्य को 206 करोड़ रुपए प्रोत्साहन के रूप में मिले थे। इसी क्रम में दिसम्बर तक अपेक्षित प्रगति करने पर इंसेंटिव प्राप्त किये जाने की आशा है। इसके लिए अपर मुख्य सचिव ने सभी विभागों के अधिकारियों को शीर्ष प्राथमिकता के साथ लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए हैं। समीक्षा में स्पष्ट हुआ कि इस वर्ष अब तक लगभग चार हजार 415 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय हुआ है। आगामी दिसम्बर महीने तक इसे बढ़ाकर सात हज़ार करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा गया है।