मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखंड में आयुष नीति के तहत आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा और कृषि क्षेत्र को नई दिशा और गति प्रदान की जा रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देहरादून में आयोजित होने वाली वैश्विक आयुर्वेद कांग्रेस राज्य को आयुर्वेद के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाएगी। मुख्यमंत्री ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में दसवें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के कर्टेन रेजर और प्रोग्राम गाइड का विमोचन करते हुए कहा कि उत्तराखंड की जलवायु औषधीय पौधों के लिए बेहद अनुकूल है। उन्होंने यह भी कहा कि आयुर्वेद का उत्तराखंड, हिमालय और वनों से गहरा संबंध है, जो राज्य को इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करता है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में 58 देशों के 300 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल होंगे। साथ ही, देश भर के छह हजार पांच सौ से अधिक प्रतिनिधि और लगभग 2 लाख आगंतुक भाग लेंगे। यह सम्मेलन ज्ञान, सहयोग और नवाचार का एक अनूठा मंच बनेगा। इस आयोजन से आयुर्वेद के लाभों और इसे आधुनिक तकनीक के साथ एकीकृत करने की दिशा में जागरूकता फैलने की उम्मीद है। साथ ही, यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में ज्ञान साझा करने, शोध में सहयोग और व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देने में सहायक साबित होगा।