मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को राज्य में पारिस्थितिकी और आर्थिकी के संतुलन के लिए निर्धारित ‘‘नौ सूत्र प्रगति प्रकृति संतुलन मिशन’’ की रूपरेखा पर गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश दिये। देहरादून में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने राज्य के पर्यावरण व आर्थिकी के संतुलन की परिकल्पना को साकार करने के लिए देश-विदेश में अपनाई जा रही सर्वात्तम प्रथाओं का अध्ययन कर परिस्थितियों के अनुसार उनका क्रियान्वयन करने पर बल दिया।
उन्होंने विशेषकर कृषि, पर्यटन, विनिर्माण, ऊर्जा और अवस्थापना के क्षेत्र में किये जा रहे सर्वात्तम कार्यों का अध्ययन करने के निर्देश दिये। उन्होंने नियोजित अवस्थापना के विकास पर विशेष बल देते हुए बदलती जलवायु के अनुकूल खेती के अन्तर्गत जैविक खेती, मृदा संरक्षण तथा कुशल सिंचाई प्रबंधन से सम्बन्धित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने को कहा।
उन्होंने इको-सर्टिफिकेशन, अपशिष्ट प्रबंधन और इको-टूरिज्म नीतियों को क्रियान्वित करने के निर्देश दिये। श्रीमती रतूड़ी ने औद्योगिक क्षेत्र में हरित तकनीक का प्रयोग कर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और स्थायित्व स्थापित करने को कहा।