मानव वन्यजीव संघर्ष की गंभीर समस्या पर नई टिहरी में मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण कार्यशाला के तहत जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में गुलदार, सूअर, बंदरों, भालू, सांप जैसे कई तरह के जंगली जानवरों से मानव और कृषि को हो रहे नुकसान की बात रखी।
उन्होंने ततैया के काटने से हो रही मृत्यु दर वृद्धि को गम्भीरता से लेने और बंदरों का बाधियाकरण करवाए जाने की मांग की। इसके साथ ही लावारिस पशुओं से हो रहे नुकसान की भरपाई और लोगों की सुरक्षा की मांग भी की गई। इस कार्यक्रम में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर ने मानव-वन्यजीव संघर्ष के कारणों और इस तरह की घटनाओं को रोकने की जानकारी दी।वहीं कार्यशाला में मौजूद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि किसी भी घटना में मानव की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।