उत्तराखंड प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम सामान्य रहा, वहीं राजधानी देहरादून में सुबह धूप खिली रही, जबकि दोपहर बाद बादल छाए रहे और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई। 12 और 13 सितंबर को प्रदेश में हुई मूसलाधार बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा। पर्वतीय जिलों में बारिश और भूस्खलन के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिन्हें खोलने के प्रयास जारी हैं। चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं। चमोली में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया है। वहीं, अल्मोड़ा में आज धौलछीना-शेराघाट मार्ग पर मंगलता देवी मंदिर के पास भारी भूस्खलन के कारण सड़क पर आवाजाही पूरी तरह बाधित है। अल्मोड़ा के जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने सड़क से संबंधित विभागों के अधिकारियों को बारिश के कारण अवरुद्ध सड़कों को सुचारू करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों और तहसीलदारों को अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए किए जा रहे कार्यों की निगरानी करने को कहा है।
राज्य के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता विकास त्यागी ने बताया कि प्रशासन सतर्क है और नदी के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि नदी के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।