उत्तराखंड में पिछले छह महीनों में गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में जंगल की आग की 930 घटनाएं हुई हैं। इससे कुल एक हजार 196 हेक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुई है। अब तक कुल घटनाओं में से 491 कुमाऊं में और 365 गढ़वाल क्षेत्र में हुईं।
कल गढ़वाल से कुमाऊं तक 20 स्थानों पर आग लगने से 52 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र जल गया। इनमें गढ़वाल में सबसे अधिक 10 जबकि कुमाऊं में नौ घटनाएं हुईं। पौड़ी गढ़वाल में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में आग बुझाने के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया था। इससे आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया।
कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों में आग बुझाने के लिए सेना की भी मदद मांगी गई है। इस बीच मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि जंगलों में बार-बार आग लगाने वालों पर अब गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा। साथ ही आग लगाने वालों को वन संपदा को होने वाले नुकसान के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा। हर जिले में नोडल अधिकारियों के साथ अन्य संगठनों की सहायता से राज्य भर में चार हजार फायर वॉचर्स तैनात किए गए हैं।