प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए सघन जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत सभी सरकारी कॉलेजों के शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारी नि-क्षय मित्र बनकर एक-एक टीबी मरीज को गोद लेंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि टीबी मुक्त अभियान में 7 दिसंबर से 24 मार्च तक 100 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 14 हजार टीबी मरीजों को संस्थाओं, विभागों और लोगों ने गोद लिया है। इनमें से कई मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इस अभियान के तहत प्रदेश के 5 हजार गांवों को भी टीबी मुक्त किया गया है, जो एक रिकॉर्ड है।