मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के प्रत्येक जिले में आदर्श ग्राम सारकोट की तर्ज पर दो-दो आदर्श गांव विकसित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन गांवों में समग्र विकास और आजीविका संवर्द्धन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने और अवांछित गतिविधियों में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। श्री धामी ने पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए साहसिक पर्यटन डेस्टिनेशन विकसित करने, होमस्टे योजना को विस्तार देने और हनोल, जागेश्वर, हरिपुर कालसी घाट जैसी परियोजनाओं पर तेजी से काम करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने दो आध्यात्मिक आर्थिक क्षेत्रों को विकसित करने के लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित कर जल्द कार्य शुरू करने और पर्यटन विकास योजनाएं तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आदर्श गांवों में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मौनपालन, डेयरी और मशरूम उत्पादन जैसे क्षेत्रों को प्रोत्साहित किया जाए। इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। साथ ही, स्थानीय सौर ऊर्जा से गांवों को रोशन करने, स्थानीय उत्पादों के विपणन की व्यवस्था और स्वयं सहायता समूहों के जरिए रोजगार बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।