मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र देहरादून में आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित लोकतंत्र सेनानी सम्मान कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर 10 लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय था, जब संसद, प्रेस और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कुचल दिया गया था। उन्होंने कहा कि उस समय लोकतंत्र की रक्षा में कई नेताओं और संगठनों ने निर्णायक भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के उन सपूतों को भी याद किया जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि बागेश्वर के चंद्र सिंह राठौर और पौड़ी के गोविंद राम ढींगरा जैसे अनेक उदाहरण आज भी प्रेरणा हैं।
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार लोकतंत्र सेनानियों के कल्याण और सम्मान के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को लोकतंत्र का महत्व समझाने और उन्हें सजग नागरिक बनाने में सहायक होंगे।