उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग पूरी तरह सतर्क है। विभाग की टीमें आग की घटनाओं की सूचना मिलने पर त्वरित गति से कार्य कर रही है। राज्य वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन की ओर से कल शाम जारी वनाग्नि बुलेटिन के अनुसार नवम्बर 2023 से अब तक प्रदेश के जंगलों में 8 सौ 68 आग लगने की घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण 1085 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वनाग्नि की घटनाओं में अब तक लगभग 350 लोगों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए हैं। उधर, तेज गर्मी के साथ ही टिहरी के वन भी आग की चपेट में हैं। टिहरी में इस वर्ष फायर सीजन में अब तक वनाग्नि की 124 घटनाओं में 120 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। जंगल की आग के चलते पर्यावरण प्रदूषण भी हो रहा है। इसका असर वनों के नजदीक रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। भागीरथी वृत्त के वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा ने संबंधित अधिकारियों को वनाग्नि की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्थापित क्रू स्टेशन सहित मास्टर कंट्रोल रूम को सक्रिय रखने को कहा। क्षेत्र के वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा ने अग्निशमन उपकरणों का निरीक्षण किया और आग बुझाने वाले वन कार्मिकों को मास्क, सादी वर्दी और जूते मुहैया करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण से लेकर सामाजिक संस्थाएं तक सभी वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए पूरा सहयोग दे रही हैं।
Site Admin | मई 11, 2024 5:41 अपराह्न
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग युद्धस्तर पर जुटा
