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मई 6, 2024 7:14 अपराह्न

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उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राकृतिक जल स्रोत- नौले-धारे और नदियों का जल संरक्षण व संवर्धन किया जाएगा

चमोली जिले में प्राकृतिक जल स्रोत- नौले-धारे और नदियों का जल संरक्षण व संवर्धन किया जाएगा। चमोली के जिलाधिकारी हिमांश खुराना ने कैच द रैन कार्याे की समीक्षा बैठक में संबधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ एकीकृत योजना के साथ जल संरक्षण व संवर्धन के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, सिंचाई, मत्स्य, जल सर्वधन कार्याे से जुड़े स्वयं सेवी संस्थाओं और स्थानीय लोगों को भी इसमें शामिल करने को कहा। उन्होंने कहा कि वर्षा जल संरक्षण के लिए विभागीय स्तर पर लक्ष्य निर्धारण करते हुए सघन वृक्षारोपण, चाल-खाल, चेकडैम व अन्य जल संग्रहण संरचनाओं का निर्माण किया जाए।

परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने बताया कि प्रत्येक विकासखंड में 10-10 प्राकृतिक जल स्रोतों के संवर्धन के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। कैच द रैन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में इस वर्ष 10 लाख 68 हजार प्लांटेशन, 1 लाख 43 हजार ट्रेंच निर्माण, 1 हजार 351 चाल-खाल, 4 हजार 752 चेकडैम और 936 अन्य जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।