जनवरी 26, 2025 7:32 अपराह्न

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उत्तराखंड की राधा बहिन भट्ट और ह्यूग-कोलीन गैंटज़र को इस वर्ष पद्मश्री से किया जाएगा सम्मानित

राष्ट्रपति ने वर्ष 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कार प्रदान करने को मंजूरी दी है। सूची में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं। उत्तराखंड की राधा बहिन भट्ट और ह्यूग-कोलीन गैंटज़र को इस वर्ष पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
 
राधा बहिन भट्ट ने सात दशकों तक महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम किया। उन्होंने 25 बाल मंदिरों की स्थापना की, जिससे पन्द्रह हजार से अधिक वंचित बच्चों को शिक्षा और सहारा मिला। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काताई, बुनाई और सिलाई का प्रशिक्षण दिया और चिपको आंदोलन व सर्वादय भूदान आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके प्रयासों से पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में डेढ़ करोड़ से अधिक पेड़ लगाए गए।ह्यूग और कोलीन गैंटज़र, जिन्हें भारत के पहले ट्रैवल ब्लॉगर के रूप में जाना जाता है
 
उन्होंने भारतीय संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को दुनिया के सामने लाने में बड़ा योगदान दिया। इस दंपति ने 30 से अधिक किताबें और तीन हजार लेख लिखे, जिनमें भारत के पर्यटन स्थलों को प्रमुखता से उभारा गया। उनके लेखन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति और विरासत के संरक्षण का संदेश भी दिया। कोलीन गैंटज़र का नवंबर 2024 में निधन हो गया, लेकिन उनका काम आज भी प्रेरणा बना हुआ है। इन दोनों हस्तियों को यह सम्मान उनकी अद्वितीय सेवाओं और समाज में उनके अमूल्य योगदान के लिए दिया गया है।
 
पद्म पुरस्कार देश के सर्वाच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं। ये पुरस्कार विभिन्न विषयों अथवा गतिविधियों जैसे- कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि के लिये दिये जाते हैं। इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है।