वर्ष 2022 में उत्तरकाशी जिले के द्रौपदी का डांडा चोटी पर हिमस्खलन की घटना में जान गंवाने वाले उत्तराखंड के 11 पर्वतारोहियों के नाम पर माणा घाटी की 11 चोटियों का नामकरण किया जाएगा। निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया के नेतृत्व में यह दल बदरीनाथ माणा घाटी की उन चोटियों पर चढ़ने के लिए रवाना होगा, जिनपर अब तक चढ़ाई नहीं की गई है। यह आरोहण 15 अगस्त से पहले संपन्न किया जाएगा। इन चोटियों में पांच चोटियों की ऊंचाई छह हजार मीटर से अधिक है, जबकि पांच चोटियों की ऊंचाई पांच हजार मीटर से अधिक है। इसके लिए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान- निम ने पूरी तैयारी कर ली है।
श्री भदौरिया ने कहा कि हिमस्खलन में मारे जाने वाले पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि देने के लिए अनारोहित चोटियों के आरोहण और नामकरण की योजना बनाई है। यह पर्वतारोहण अभियान इसी सप्ताह से शुरू होगा। भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन ने भी इन चोटियों पर आरोहण की स्वीकृति दे दी है।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2022 में एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स के दौरान द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन की घटना में जान गंवाने वाले 29 पर्वतारोहियों में से 11 उत्तराखंड के निवासी थे। इसमें एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक आरोहण करने वाली पर्वतारोही सविता कंसवाल भी शामिल थी।