उत्तरकाशी जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र रवाईं में प्रसिद्ध देवराणा मेला पूरे उल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। देहरादून जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही पैंसठ गांवों के लोग मेले का हिस्सा बने। आषाढ़ मास को हर साल होने वाले मेले में भगवान रुद्रेश्वर महाराज की पूजा-अर्चना कर सुख और समृद्धि की कामना की जाती है। मेले की शुरूआत बलजाड़ी गांव में स्थित भगवान रुद्रेश्वर मंदिर के गर्भगृह से डोली को बाहर लाने के साथ हुई। पूजा-अर्चना के बाद डोली ने गांव का भ्रमण किया। देव डोली के स्वागत में स्थानीय लोगों ने पारंपरिक हारोल, तांदी नृत्य के साथ मंगल गीत गाए। यमुनोत्री और गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने देव मूर्ति का जलाभिषेक किया। गढ़ डाबरा से आए हुड़कियों ने हुड़की बजाकर रुद्रेश्वर महादेव की गाथा का गायन किया। देवता की डोली मटियाली गांव के लिए रवाना हुई, जहां गांव की महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाकर देवता का स्वागत किया।