उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में कल खीरगंगा नदी में बादल फटने के बाद बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव अभियान जारी है। सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, जिला प्रशासन और अन्य विभागों की टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। प्रशासन ने आश्रय स्थलों में पीड़ितों के लिए भोजन, पेयजल और दवाइयों की समुचित व्यवस्था की है।
भटवारी क्षेत्र में सड़कों के टूट जाने से यातायात बाधित हुआ है और उत्तरकाशी-हर्षिल सड़क मार्ग पर भूस्खलन के बाद मार्ग को खोलने के प्रयास जारी हैं।
इस बीच, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आपदाग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और देहरादून स्थित, राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सेना और अन्य एजेंसियां तथा स्थानीय नागरिक बचाव कार्यों में जुटे हैं। हालांकि क्षतिग्रस्त सड़को और पुलों से बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है, लेकिन सभी एजेंसियां तत्परता से राहत अभियान में जुटी हुई हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने केन्द्र की ओर से हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री को सहायता उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि बचाव अभियान सुचारू रूप से जारी है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के उप-महानिरीक्षक मोहसिन शाहिदी ने बताया कि 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा में सौ से अधिक लोगों के घायल और लापता होने की सम्भावना है।
इस बीच, मौसम विभाग ने राज्य में अगले कुछ दिन में मूसलाधार बारिश का अनुमान व्यक्त किया है।