संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वॉल्कर टर्क ने चेताया है कि ईरान में मृत्युदंड खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है और इस पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। एक बयान में श्री टर्क ने मृत्युदंड दिए जाने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि असहमति की आवाज को दबाकर निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार को अनदेखा किया जा रहा है।
मानवाधिकार संस्था के प्रमुख ने ईरान के अधिकारियों से जासूसी पर प्रस्तावित बिल लागू न करने का अनुरोध किया। इस बिल के लागू होने से मृत्युदंड की सजा का खतरा काफी बढ़ सकता है।
ईरान में मानवाधिकार संस्था-सीएचआरआई ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया है कि ईरान सरकार पर दबाव बनाए कि वह सभी मृत्युदंड पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाए और दमन के औजार के रूप में इसका इस्तेमाल बन्द करे।
सीएचआरआई ने सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अनुरोध किया कि खासतौर पर राजनीतिक कैदियों को मृत्युदंड देने से पूर्व अंतरराष्ट्रीय मानकों को अनदेखा नहीं किया जाए। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार ईरान में इस वर्ष अब तक कम से कम 612 लोगों को मृत्युदंड दिया जा चुका है।