ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर आज तुर्किए के इस्तांबुल में वार्ता होगी। यह पिछले महीने ईरान और इस्रायल के बीच 12 दिन के युद्ध के बाद हुए संघर्ष-विराम के बाद पहली वार्ता है। इस युद्ध के दौरान अमरीका ने ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया था।
आज की वार्ता में ईरान, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के साथ यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख भाग लेंगे।
इस बीच, ईरान के उप-विदेश मंत्री काज़म ग़रीबाबादी ने कल कहा कि ईरान, अमरीका के साथ अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत को तभी तैयार होगा जब अमरीका विश्वास बहाली के लिए वास्तविक प्रयास करे, क्योंकि ईरान को अमरीका पर बिल्कुल भरोसा नहीं है। ईरानी राजनयिक ने कहा कि सैन्य कार्रवाई जैसे गुप्त एजेंडे को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है। श्री काजम ने कहा कि यदि अमरीका परमाणु अप्रसार संधि के तहत ईरान के अधिकारों को स्वीकार कर ले, जिसमें वैध ज़रूरतों के अनुसार यूरेनियम संवर्धन की स्वतंत्रता और ईरान पर लगे कड़े आर्थिक प्रतिबंधों को हटाना शामिल है, तो बातचीत फिर शुरू हो सकती है।