इस वर्ष तीन लाख से अधिक भारतीय पर्यटकों ने श्रीलंका की यात्रा की, जिससे वहां पर्यटन के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार बन गया है। श्रीलंका पर्यटन विकास प्राधिकरण द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर के मध्य तक 15 लाख से अधिक पर्यटकों ने श्रीलंका का दौरा किया है। पर्यटकों की दृष्टि से भारत के बाद ब्रिटेन, रूस और जर्मनी अगले तीन स्थानों पर रहे, जबकि चीन पांचवें स्थान पर रहा।
हमारे कोलंबो संवाददाता ने बताया कि हाल के वर्षों में कनेक्टिविटी भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू रही है। एक तरफ नियमित उड़ानें और दूसरी ओर नौका सेवाओं की बहाली से दोनों देशों के बीच यात्रा आसान और सुविधाजनक हो गई है।
पर्यटन, वहां के शीर्ष विदेशी राजस्व उत्पादकों में से एक है। श्रीलंका के पर्यटन अधिकारियों ने पिछले महीने कहा था कि उन्हें 2025 में 30 लाख विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद है जिससे पर्यटन उद्योग कोविड से पूर्व के स्तर पर पहुंच सकता है।