कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से इस वर्ष जुलाई में लगभग 20 लाख नये अंशदाता जुड़े हैं। यह पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 2.43 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अब तक की सर्वोच्च वृद्धि है। श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने कल नई दिल्ली में संगठन के अस्थायी पे-रोल आंकड़े जारी करते हुए कहा कि अप्रैल 2018 में पे-रोल ट्रैकिंग शुरू होने के बाद से यह सर्वोच्च वृद्धि है। इस वर्ष जून में लगभग 10 लाख 52 हजार नए सदस्य जुड़े। 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग में सबसे अधिक वृद्धि हुई और इस वर्ग में लगभग 9 लाख लोग शामिल हुए।
इस पे-रोल डेटा से यह भी पता चलता है कि लगभग 14 लाख 65 हजार सदस्य संगठन से निकलकर फिर से शामिल हुए। यह आंकड़ा पिछले साल जून की तुलना में वर्ष दर वर्ष 15.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इस साल जुलाई में तीन लाख से अधिक नई महिला सदस्य ईपीएफओ में शामिल हुईं, इसमें वर्ष दर वर्ष 10.94 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। आंकड़ों से यह भी स्पष्ट है कि कुल वृद्धि में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा और गुजरात की लगभग 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।