इस्राइल ने 42 नावों के बेड़े ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला को रोककर लगभग 450 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बेड़े का उद्देश्य गाजा के नौसैनिक गतिरोध को तोड़कर सहायता प्रदान करना था।
गाजा जा रहे गिरफ्तार किए कुछ कार्यकर्ता अपने घर लौट चुके हैं। उनका कहना है कि इस्राइल के सैनिकों ने उन्हें अपमानित किया और बुरा-भला कहा।
गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं ने कहा कि सैनिकों ने दवाइयां ले लीं और उनका मजाक उड़ाया।
गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं में ग्रेटा थनबर्ग, मंडला मंडेला और यूरोपीय नीति निर्माता शामिल थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ग्रेटा थनबर्ग को बांध दिया गया और उनके बगल में इस्राइल का झंडा लगाकर उनका मजाक उड़ाया गया।
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा गाजा संघर्ष विराम पर जोर दिए जाने के कारण ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला को रोका गया। श्री ट्रंप ने इस्राइल से बमबारी रोकने का आग्रह किया है।
इस्राइल के विदेश मंत्रालय ने दुर्व्यवहार के दावों को सरासर झूठ बताया है।
तुर्किये और ग्रीस सहित कई देशों ने गिरफ्तारियों को लेकर इस्राइल की आलोचना की है।