भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मणिपुर में आगामी लोकसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच का चुनाव नहीं है। यह मणिपुर को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों और इसे एकजुट रखने वाली ताकतों के बीच का चुनाव है।
इंफाल में आज एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत का विकास भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य तभी बेहतर होगा जब पूर्वोत्तर राज्य पूरी तरह विकसित होगा।
श्री शाह ने यह भी आश्वासन दिया कि नरेन्द्र मोदी सरकार सभी हितधारकों के साथ बातचीत करेगी और मणिपुर में जल्द ही सामान्य स्थिति लाएगी। चुनावी रैली में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, राज्य के शिक्षा मंत्री और मणिपुर की आंतरिक लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार थौनाओजम बसंतकुमार और अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।
आंतरिक मणिपुर लोकसभा सीट पर भाजपा सहित छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जनता को दिए गए आश्वासन के बावजूद आज तक मणिपुर में सामान्य स्थिति नहीं ला पाई है कि हमारी सरकार राज्य में शांति लाएगी। इम्फाल में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने की शुरुआत 2012-13 के दौरान कांग्रेस सरकार ने थी। हालाँकि, कुछ विवादों के कारण इसे रोक दिया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा मणिपुर में सामान्य स्थिति नहीं ला सकी और पार्टी हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने में लग गई है।