55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) का एक भव्य उद्घाटन समारोह के बाद कल शाम शानदार प्रदर्शन और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन हुआ, जिससे दर्शक मंत्र मुग्ध हो गये। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इफ्फी की भूमिका का उल्लेख भारत के फिल्म उद्योग में मील का एक पत्थर के रूप में किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह महोत्सव सहयोग को प्रेरित करेगा और युवा प्रतिभाओं को निखारेगा।
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉक्टर एल. मुरूगन ने इफ्फी के क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमारो पहल पर ध्यान केन्द्रित किया। यहां सैंकड़ों युवा रचनात्मक व्यक्तियों को फिल्म के दिग्गजों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा।
श्री मुरूगन ने बताया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा शुरू की गई फिल्म सुविधा की एकल-खिड़की प्रणाली ने फिल्म की शूटिंग की स्वीकृति प्राप्त करना आसान बना दिया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सब्सिडी के साथ इस पहल से फिल्म निर्माताओं के लिए व्यवसाय को सुगम बनाने में आसानी हुई है।
आज 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के पहले औपचारिक दिन कई फिल्में दिखाई जाएंगी और कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। आज विभिन्न शैलियों की चालीस से अधिक फिल्म दिखाई जाएंगी।
इंडियन पैनोरामा का उद्घाटन समारोह भी आज होगा। इसके बाद फीचर और गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। उत्कृष्ट फिल्मों के प्रदर्शन और पैनल चर्चाओं के जरिए प्रतिष्ठित फिल्मी हस्तियां अपने अमूल्य अनुभवों को साझा करेंगी। इसके अलावा फिल्म बाजार का 18वां संस्करण इस महीने की 24 तारीख तक जारी रहेगा। यह आकांक्षी फिल्म निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में सेवा प्रदान करेगा तथा फिल्म उद्योग के स्थापित पेशेवरों को एक-दूसरे से जुड़ने और सहयोग करने में सहायक होगा।