इज़राइल की सेना ने क़तर की राजधानी दोहा में हमास के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले की पुष्टि की है जहां कल कई विस्फोट हुए। इज़राइली रक्षा बल और इज़राइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है। क़तर की धरती पर इज़राइल की यह पहली सैन्य कार्रवाई है।
हमास के बयान में कहा गया कि इज़राइली हमले में उसके पांच सदस्य मारे गए हैं हालंकि दोहा में स्थित उसके वार्ता प्रतिनिधिमंडल के सदस्य बच गए हैं। हमास ने कहा कि उसके मुख्य वार्ताकार और हमले का मुख्य निशाना खलील अल-हय्या हमले में बच गए लेकिन उनके बेटे और उनके कार्यालय निदेशक मारे गए।
क़तर और हमास दोनों ने क़तर के एक सुरक्षा अधिकारी के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने की बात कही है। हमास ने इस हमले के लिए अमरीका को भी ज़िम्मेदार ठहराया और उसपर इज़राइली आक्रामकता और अपने समर्थकों के खिलाफ अपराधों में निरंतर समर्थन का आरोप लगाया।
क़तर के विदेश मंत्रालय ने हमले को कायराना और अंतरराष्ट्रीय कानूनों तथा मानदंडों का घोर उल्लंघन बताया है। इस बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि दोहा में इज़राइली कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा में शांति स्थापना के प्रयासों के प्रतिकूल है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया को बताया कि दोहा के रिहायशी इलाके में किया गया हमला दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रेस सचिव ने कहा कि हमले से पहले कल सुबह ही ट्रंप प्रशासन को स्थिति से अवगत कराया गया था। उन्होंने क़तर को संप्रभु राष्ट्र और अमरीका का निकट सहयोगी बताया और इज़राइल और हमास के बीच शांति समझौते की मध्यस्थता में उसके निरंतर प्रयास की सराहना की।