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अगस्त 31, 2025 5:56 अपराह्न

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इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के दुबई चैप्टर ने एक विशेष कार्यक्रम का किया आयोजन

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के दुबई चैप्टर ने एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य भारत के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण पर केंद्रित था, जिसमें पारंपरिक बिग फोर फर्मों को टक्कर देने के लिए अपनी खुद की वैश्विक परामर्श कंपनियां स्थापित करना शामिल था। लोकसभा सांसद और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर “ऑडिट और वैश्विक परामर्श का भविष्य” विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईसीएआई के अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल ने भारत में स्वदेशी परामर्श क्षमताओं के विकास की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा बिग फोर परामर्श कंपनियाँ वर्तमान में 2024 में भारत से 38,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करती हैं, और 2025 तक इसके 45,000 करोड़ रुपये तक पहुँचने का अनुमान है। अग्रवाल ने घरेलू कंपनियों के लिए पर्याप्त अवसरों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “हमारा लक्ष्य भारत में अपनी खुद की बिग फोर परामर्श कंपनियाँ स्थापित करना है।”

मुख्य अतिथि श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय और डेटा संप्रभुता संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए, घरेलू परामर्श कंपनियाँ बनाने के रणनीतिक महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत की विकास कहानी विदेशी कंपनियों पर निर्भर नहीं हो सकती। हमें अपनी खुद की कंपनियां विकसित करने की जरूरत है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि घरेलू परामर्श क्षमताएं स्थापित करना न केवल आकांक्षापूर्ण है, बल्कि एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आवश्यकता भी है।

आईसीएआई दुबई चैप्टर, जिसे आईसीएआई के 50 विदेशी चैप्टरों में सबसे बड़ा और सबसे जीवंत माना जाता है, इस विस्तार कार्यनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।