इंडिया ए.आई. और मेटा ने जोधपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आई.आई.टी. में सेंटर फॉर जनरेटिव एआई (सृजन) स्थापित करने की घोषणा की है। दोनों संस्थान अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद-ए.आई.सी.टी.ई. के साथ मिलकर कौशल और क्षमता निर्माण के लिए युव एआई भी शुरू करेंगे। इसका उद्देश्य देश में यांत्रिक बुद्धिमत्ता को बढ़ावा देना है।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि इस उत्कृष्टता-केन्द्र से यांत्रिक बुद्धिमत्ता में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और उद्यमी लार्ज लेंग्वेज मॉडल का उपयोग कर सकेंगे। मंत्रालय के अनुसार, सृजन से वास्तविक दुनिया की समस्याओं को सुलझाने में यांत्रिक-बुद्धिमत्ता के मुक्त स्रोत के उपयोग को बढावा मिलेगा और इससे सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक प्रभाव पडेगा। इसमें मुख्य रूप से शिक्षा, वाहन और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा।
मंत्रालय के सचिव एस. कष्णन ने कहा कि इस पहल से पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बनने की भारत की आकांक्षा को बल मिलेगा और भारत तकनीकी प्रगति तथा आर्थिक वृद्धि की दृष्टि से अग्रणी देश बन सकेगा।