रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत आसियान और आठ संवाद साझेदार देशों के साथ अपने रक्षा सहयोग को क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और क्षमता निर्माण में योगदान मानता है। मलेशिया के कुआलालम्पुर में आसियान और संवाद साझेदार देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह संगठन भारत की एक्ट ईस्ट नीति और व्यापक हिन्द-प्रशांत दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हिन्द-प्रशांत सुरक्षा को लेकर भारत का दृष्टिकोण आर्थिक विकास, प्रौद्योगिकी साझेदारी और मानव संसाधन विकास में सहयोग बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और सतत विकास के बीच मजबूत संपर्क भारत और आसियान देशों के बीच सच्ची साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मुक्त, समावेशी और नियम आधारित हिन्द-प्रशांत क्षेत्र का भारत का दृष्टिकोण हमेशा स्पष्ट रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि संगठन 16वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है और भारत परम्पर हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने तथा शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आसियान और संवाद साझेदार देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक संगठन के तहत रक्षा परामर्श और सहयोग का सर्वोच्च मंच है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल आसियान-भारत रक्षा मंत्रियों की दूसरी अनौपचारिक बैठक में भाग लिया। वे मलेशिया की यात्रा पर बृहस्पतिवार को कुआलालम्पुर पहुंचे थे।