आर्थिक मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति ने 2025 मौसम के लिए कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) को मंजूरी दे दी है। मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद कल शाम नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एन.डी.ए. सरकार ने किसानों के लिए कल्याण के लिए कई फैसले लिये हैं।
उन्होंने कहा कि यह किसानों का जीवन सुधारने की दिशा में एन.डी.ए. सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। श्री वैष्णव ने कहा कि उचित औसत गुणवत्ता के मिलिंग खोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 11 हजार पांच 82 रुपये प्रति क्विंटल और बॉल खोपरा का मूल्य 12 हजार 100 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस फैसले से 855 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में मिलिंग खोपरा का मूल्य 422 रुपये जबकि बॉल खोपरा का मूल्य एक सौ रुपये अधिक है।
श्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड-नेफेड और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ-एन.सी.सी.एफ न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत खोपरा की खरीद की केन्द्रीय नोडल एजेंसियां होंगी। उन्होंने कहा कि इसमें राज्य सरकार की भी बड़ी भूमिका होगी और राज्य सरकार के निगमों के सहयोग से खरीद की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में खोपरा उत्पादन 32.7 प्रतिशत होता है, जो कि देश में सबसे अधिक है। इसके बाद तमिलनाडु का 25.7 प्रतिशत हिस्सा है।