भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने दो मतदाता पहचान पत्र रखकर अपराध किया है। पार्टी ने कहा है कि तेजस्वी यादव ने संवाददाता सम्मेलन में जिस चुनावी फोटो पहचान पत्र का हवाला दिया, वह उनके आधिकारिक मतदाता पहचान पत्र से अलग है।
पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में सवाल उठाया कि क्या श्री यादव ने निर्वाचन आयोग के सामने गलत तथ्य पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने 2020 के अपने चुनावी हलफनामे में जो मतदाता पहचान पत्र जमा किया था, वह उस पहचान पत्र से अलग है जिसके बारे में उन्होंने कल दावा किया था कि विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद तैयार मतदाता सूची से उनका नाम गायब है।
इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके सहयोगी तेजस्वी यादव पर, निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और उनका अपमान करने के लिए झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं।
श्री पात्रा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एससीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड की सनातन धर्म पर कथित टिप्पणी पर भी निशाना साधा। उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और उनकी बेटी लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या श्री आव्हाड ने पार्टी की ओर से बात की थी या अपनी निजी राय व्यक्त की थी।