आयुर्वेद दिवस 23 सितंबर को मनाया जाएगा। अपनी स्थापना के बाद से यह पहली बार है जब आयुर्वेद दिवस मनाने के लिए कोई निश्चित तिथि निर्धारित की गई है। इससे पहले, आयुर्वेद दिवस धन्वंतरि जयंती पर मनाया जाता था। इस वर्ष का विषय है- आयुर्वेद फॉर पीपल एंड प्लैनेट। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि आयुर्वेद केवल एक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति और पर्यावरण के बीच सामंजस्य के सिद्धांत पर आधारित जीवन का विज्ञान है। श्री जाधव ने कहा कि 23 सितंबर को आयुर्वेद दिवस के रूप में घोषित करके, भारत ने आयुर्वेद को एक वैश्विक कैलेंडर पहचान दी है।
आयुष मंत्रालय ने बताया कि 9वें आयुर्वेद दिवस के समारोह में जागरूकता अभियान, युवा जुड़ाव कार्यक्रम, स्वास्थ्य परामर्श और मंत्रालय तथा उसके संस्थानों द्वारा समन्वित अंतर्राष्ट्रीय सहयोग शामिल होंगे।