जम्मू कश्मीर में गृह मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों-सीएपीएफ की तैनाती के अलावा यहां 19 अप्रैल से पांच चरणों में होने वाले संसदीय चुनावों के निर्बाध संचालन के लिए प्रशासन विभिन्न बटालियनों की पुलिस की बड़ी संख्या को तैनात करेगा।
हमारे जम्मू संवाददाता ने बताया है कि अतिरिक्त बलों की तैनाती समूची कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र के राजौरी तथा पुंछ जिलों की सीमाओं पर की जाएगी। यह तैनाती स्वच्छता अभियान और आतंकरोधी ग्रिड को सशक्त बनाने के लिए की जा रही है, ताकि आतंकी लोकसभा चुनावों के पहले या चुनावों के दौरान केन्द्रशासित प्रदेश में राजनीतिक वातावरण को किसी तरह का नुकसान न पहुंचा सकें।
जम्मू कश्मीर पुलिस भी चुनाव ड्यूटी के लिए जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस-जेकेएपी और इंडियन रिज़र्व पुलिस-आईआरपी के बटालियनों की तैनाती करेगी। चुनाव आयोग ने मतदान के सुचारू संचालन के लिए जम्मू कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की 635 कंपनियों की तैनाती की स्वीकृति दी है। इनमें से 36 कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा तथा केन्द्र के प्रबंधनों की गिनती के लिए रखा जाएगा। पूरी कश्मीर घाटी को सुरक्षा के दृष्टिकोण से शीर्ष वरीयता दी जाएगी। पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती जिले समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। यहां की अधिकतर सीटें अनंतनाग, पुंछ और राजौरी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हैं। अतिरिक्त बल संवेदनशील क्षेत्रों में तैनाती के लिए इस महीने के अंत में आना शुरू करेंगे।
उधमपुर, डोडा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान पहले चरण में 19 अप्रैल को होगा। जम्मू,रियासी सीट का चुनाव दूसरे चरण में 26 अप्रैल को होगा। अनंतनाग, पुंछ-राजौरी में मतदान तीसरे चरण में 7 मई को होगा। श्रीनगर में मतदान चौथे चरण में 13 मई को और बारामूला में मतदान पांचवें चरण में 20 मई को होगा।