अबू धाबी वाणिज्य और उद्योग मंडल ने मूल देश के प्रमाण पत्र जारी करने में उल्लेखनीय वृद्धि की सूचना दी है। यह अमीरात के बढ़ते गैर-तेल निर्यात, आर्थिक विविधीकरण अभियान और मजबूत वैश्विक व्यापार की स्थिति को उजागर करता है।
जून 2024 और जून 2025 के बीच इन प्रमाण पत्रों में साल-दर-साल 10 दशमलव 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह अबू धाबी के निजी क्षेत्र में व्यापक निर्यातक आधार और अत्यधिक प्रतिस्पर्धा का परिचायक है। उद्योग मंडल ने कहा कि व्यापार और निवेश के लिए एक क्षेत्रीय महाशक्ति के रूप में यह वृद्धि अमीरात की स्थिति को दर्शाती है।
भारत- संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता मई 2022 से प्रभावी है। इससे, द्विपक्षीय व्यापार को और बढ़ावा मिला है। कुल व्यापार 2022 के लगभग 73 बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में सौ बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है। इसमें 2024 में गैर- तेल व्यापार का 65 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाना भी शामिल है।
वर्ष 2025 की पहली छमाही में अबूधाबी के गैर-तेल विदेश व्यापार में 34 दशमलव सात प्रतिशत से अधिक का उछाल आया। यह गैर-तेल आयातों में 64 प्रतिशत वृद्धि, पुन: निर्यातों में 35 प्रतिशत का उछाल और आयातों में 15 प्रतिशत वृद्धि के कारण हुआ है। रसायन, धातु और इंजीनियरिंग उद्योगों द्वारा संचालित कई क्षेत्रों में मूल प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। छोटे और मध्यम आकार के उद्यम भी मुख्य योगदानकर्ता रहे हैं। इनमें चैंबर की पहलों जैसे कि व्यापार मेलमिलाप, विशेष निर्यात प्रशिक्षण और रणनीतिक साझेदारी का समर्थन प्राप्त हुआ है।
उद्योग मंडल के दूसरे उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शमीस अल धाहेरी ने कहा कि चैम्बर द्वारा जारी किए गए मूल स्रोत के प्रमाण पत्रों में निरन्तर वृद्धि अमीरात के फलते-फूलते निर्यात क्षेत्र का स्पष्ट प्रमाण है।