राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज कहा कि स्वार्थ से ऊपर उठकर जन कल्याण की भावना से काम करना आंतरिक आध्यात्मिकता की सामाजिक अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि जन कल्याण के लिए दान सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक मूल्यों में से एक है। राष्ट्रपति मुर्मु नई दिल्ली के भारत मंडपम में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आयोजित एक समारोह में स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण के राष्ट्रीय शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वस्थ मानसिकता से ही समग्र कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक सशक्तिकरण ही वास्तविक सशक्तिकरण है और आध्यात्मिक मूल्य सभी धर्मों के लोगों को एक दूसरे से जोड़ते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में भय, आतंक और युद्ध को बढ़ावा देने वाली ताकतें बहुत सक्रिय हैं और ऐसे माहौल में ब्रह्माकुमारी संस्था ने सौ से अधिक देशों में कई केंद्रों के माध्यम से मानवता के सशक्तिकरण के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान किया है।