केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की जडे विद्यालयों और महाविद्यालयों में जमानी चाहिए, जहाँ विद्यार्थी इस मिशन के पथप्रदर्शक बनेंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने परिवारों और समुदायों में स्वदेशी, नवाचार और सांस्कृतिक गौरव की भावना का प्रसार कर सकते हैं। नई दिल्ली में आज एक बैठक में श्री प्रधान ने कहा कि शिक्षा और कौशल एक-दूसरे की पूरक शक्तियाँ हैं। शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि कक्षाओं से लेकर कार्यस्थलों तक, जिज्ञासा, उद्यमशीलता और नवाचार का बीजारोपण करने की आवश्यकता है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि प्रत्येक युवा भारतीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता, प्रौद्योगिकी और डिज़ाइन में भविष्य के लिए तैयार कौशल से सुसज्जित हो।
Site Admin | सितम्बर 8, 2025 8:51 अपराह्न
आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की जडे विद्यालयों और महाविद्यालयों में जमानी चाहिएं- धर्मेंद्र प्रधान
