सितम्बर 17, 2024 2:10 अपराह्न

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में 8वें भारत जल सप्ताह-2024 का उद्घाटन किया

राष्‍ट्रपति ने द्रौपदी मुर्मु ने जल संरक्षण, उन्‍नत प्रबंधन, विकास तथा वितरण के लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए जनांदोलन को बढ़ावा देने की आवश्‍यकता पर बल दिया। नई दिल्‍ली के भारत मंडपम में आज आठवें भारत जल सप्‍ताह का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने जल संरक्षण और निरंतरता के मुद्दे से निपटने के लिए एकजुट प्रयासों के महत्‍व का उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि जल संसाधन प्रबंधन पर देश की बहुत सी प्राचीन कार्य प्रणालियों में उल्‍लेख मिलते हैं। यह आज भी प्रासांगिक है। इनका इस्‍तेमाल आधुनिक रूप में किया जाना चाहिए। राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत के प्राचीन धर्मग्रंथों में हजारों वर्ष पहले जल संरक्षण का उल्‍लेख किया गया है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्‍सव के दौरान सरोवरों का निर्माण और कई जल निकाय को पुनर्जीवित किया गया है। राष्‍ट्रपति ने जल जीवन मिशन के परिवर्तनकारी प्रभाव पर बल दिया। इस मिशन ने देश में जल के तर्कसंगत वितरण में महत्वपूर्ण सुधार किया है। उन्‍होंने कहा कि इस मिशन ने सभी के लिए स्‍वच्‍छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित की है। उन्‍होंने प्रसन्नता व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि 78 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों को  नल से जल कनेक्‍शन पहले ही दिये जा चुके हैं। यह जल उपलब्‍धता की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि है।

 

अपने संबोधन में जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने मजबूत सहयोग, साझेदारी और प्रगतिशील समाधान के माध्‍यम से जल संकट से निपटने के लिए भागीदारों को आह्वान किया। उन्‍होंने बताया कि 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों को अभी तक नल से जल कनेक्‍शन की सुविधा दी जा चुकी है।चार दिन के इस कार्यक्रम के दौरान चालीस देशों के दो सौ विदेशी प्रतिनिधियों सहित लगभग चार हजार प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। यहां की प्रदर्शनी में जल क्षेत्र में सौ से अधिक प्रदर्शक और स्‍टार्टअप अपने विचारो का प्रदर्शन करेंगे।