आज अंतर्राष्ट्रीय वायु यातायात नियंत्रक दिवस है। पहली बार यह दिवस 20 अक्टूबर 2012 को मनाया गया था और उसके बाद से हर साल इसी तारीख को मनाया जाता है। यह दिवस विमानन उद्योग के उन गुमनाम नायकों को याद करने का दिन है, जो लोगों की हवाई यात्रा को सुरक्षित और कुशल बनाना सुनिश्चित करते हैं। ये अधिकारी प्रतिदिन हजारों उड़ानों का संचालन करते हैं, उड़ान से लेकर लैंडिंग तक सब कुछ समन्वयित करते हैं।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के वायु यातायात प्रबंधन के संयुक्त महाप्रबंधक ए के श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली का आईजीआई हवाई अड्डा दुनिया के शीर्ष दस हवाई अड्डों में से एक है। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे पर चार रनवे हैं और अपने कुशल यातायात नियंत्रण कर्मचारियों की वजह से प्रतिदिन लगभग 1400 उड़ानों का सुचारू आगमन और प्रस्थान होता है।
एटीसी के महत्व और कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि एटीसी दिल्ली में दुनिया की सबसे उन्नत हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली है जो यात्रियों की सबसे सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करती है।
उड़ानों के रद्द होने और देरी पर बोलते हुए, श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उड़ान संचालन मौसम पर निर्भर करता है और एटीसी मुख्य रूप से सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है। उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया कि जब भी उन्हें उड़ान रद्द होने या देरी का सामना करना पड़े तो वे सहयोग करें और धैर्य बनाए रखें।