उत्तराखंड में भी श्रावण मास की पवित्र कांवड़ यात्रा आज से शुरू हो रही है। लाखों कांवड़िये पवित्र गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, नीलकंठ आदि तीर्थस्थल पहुंच रहे हैं। इस वर्ष सुरक्षा, स्वच्छता और तकनीक पर विशेष ध्यान देते हुए व्यवस्थाओं को पहले से कहीं अधिक चाक चौबंद बनाया गया है।
हरिद्वार में हर साल की तरह इस बार भी सर्वाधिक कांवड़ियों के आने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए आज से लेकर मेले के समापन तक जिले में 16 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 37 जोनल मजिस्ट्रेट और 124 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
ये मजिस्ट्रेट दो पालियों में सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। यात्रा के सुचारू संचालन और श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और अर्धसैनिक बलों के 7 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है।
हरिद्वार मेला क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष के माध्यम से की जाएगी। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) भी तैनात किया गया है जो संवेदनशील क्षेत्रों में सक्रिय रहेगा।
कानून एवं व्यवस्था के प्रभारी अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन ने कहा कि पुलिस बल को कांवड़ यात्रा के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं और सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर, एम्बुलेंस, मोबाइल शौचालय, पेयजल और अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था की गई है और हर कुछ किलोमीटर पर सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। प्रशासन के अनुसार 23 जुलाई तक चलने वाले कांवड़ मेले में लगभग 7 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।