आज से विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व की शुरूआत हो गई है। श्रावण अमावस्या के मौके पर मां दंतेश्वरी मंदिर के सामने पाटजात्रा की रस्म अदा की गई। बस्तर दशहरा के लिए रथ निर्माण की पहली लकड़ी को स्थानीय बोली में तुरलु खोटला और टीका पाटा कहते हैं। यह लकड़ी बिरौली के जंगल से जगदलपुर के दंतेश्वरी मंदिर लाई गई।
इस दौरान गांव के पुजारी ने रथ निर्माण में प्रयोग की जाने वाली पहली लकड़ी की परंपरानुसार पूजा-अर्चना की। इस पूजा में बस्तर सांसद और बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष महेश कश्यप सहित अनेक जनप्रतिधि और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। गौरतलब है कि इस वर्ष बस्तर दशहरा सतहत्तर दिनों तक चलेगा।