प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर का शिलान्यास किया।यह माधव नेत्रालय आई इंस्टीट्यूट और रिसर्च सेंटर का एक नया विस्तार भवन है। यह 2014 में स्थापित किया गया था। नागपुर में स्थित एक प्रमुख सुपर-स्पेशलिटी नेत्र देखभाल सुविधा है। आगामी परियोजना में 250 बिस्तरों वाला अस्पताल, 14 बाह्य रोगी विभाग और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर होंगे। जिसका उद्देश्य लोगों को किफायती और विश्व-स्तरीय नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करना है।
दिन में बाद में, प्रधानमंत्री नागपुर में सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड में लोइटरिंग म्यूनिशन टेस्टिंग रेंज और यूएवी के लिए रनवे सुविधा का उद्घाटन करेंगे।
दिन की शुरुआत में, श्री मोदी ने दीक्षाभूमि का दौरा किया और भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार डॉ. बी. आर. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। दीक्षाभूमि वह स्थान है जहाँ बाबासाहेब अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था।
इस स्थल पर विजिटर डायरी में लिखे अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक विकसित और समावेशी भारत का निर्माण ही डॉ. बी आर अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगा। उन्होंने आगे कहा कि दीक्षाभूमि लोगों को समान अधिकारों और गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए न्याय की व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह महाराष्ट्र के नागपुर में स्मृति मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव हेडगेवार और माधवराव गोलवलकर गुरुजी को समर्पित स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और आरएसएस के वरिष्ठ सदस्य भैयाजी जोशी भी मौजूद रहे।
श्री मोदी की यह यात्रा हिंदू नववर्ष की शुरुआत यानी गुड़ी पड़वा के अवसर पर संघ के प्रतिपदा कार्यक्रम के साथ मेल खाती है। 1925 में नागपुर में डॉ. केशव हेडगेवार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस वर्ष अपनी शताब्दी मना रहा है।
बाद में, प्रधानमंत्री ने दीक्षाभूमि का दौरा किया और डॉ. भीमाराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। दीक्षाभूमि पर, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जाएंगे। श्री मोदी सुबह महाराष्ट्र के नागपुर पहुचेंगे। वे, स्मृति मंदिर में दर्शन करेंगे और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापकों डॉ. केशव हेडगेवार और माधवराव गोलवलकर को श्रद्धाजंलि अर्पित करेंगे। श्री गोलवलकर को गुरु जी के नाम से भी जाना जाता है। उसके बाद प्रधानमंत्री दीक्षा भूमि जाएंगे और डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धाजंलि देंगे।
प्रधानमंत्री नागपुर में लगभग दस बजे माघव नेत्रालय प्रीमियर सेंटर की आधाशिला रखेंगे। वे जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे। श्री मोदी नागपुर में ही सोलर डिफेंस एयरो स्पेस लिमिटेड में ड्रोन के लिए लॉयटरिंग म्युनिशन टेस्टिंग रेंज और रनवे सुविधा का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद, प्रधानमंत्री लगभग साढे़ तीन बजे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जाएंगे। श्री मोदी 33 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक की कईं विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उनका जनसभा को भी सम्बोधित करने का भी कार्यक्रम है।
कई बिजली परियोजनों से छत्तीसगढ में ग्रिड मजबूत होगी और बिजली की उपलब्धता बढेगी। विशेष रूप से छत्तीसगढ के जनजातीय और औद्योगिक क्षेत्रों में संपर्क सुविधा बढ़ने के लिए कई रेल और सडक परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
शिक्षा के बुनियादी ढांचे को अत्यधिक प्रोत्साहन देने के लिए प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ के 29 जिलों में 130 पीएम श्री स्कूल समर्पित करेंगे। सबके लिए घर का सपना साकार करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत राज्य के तीन लाख लाभार्थियों को गृह प्रवेश कराया जाएगा।