आज विश्व पर्यटन दिवस है। यह दिवस लोगों को जोड़ने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास में पर्यटन के महत्व पर प्रकाश डालता है। इस वर्ष का विषय है पर्यटन और सतत परिवर्तन। जो सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने में पर्यटन की शक्ति पर ज़ोर देता है।
यह दिवस 1970 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के क़ानूनों को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे पहली बार 1980 में मनाया गया था। यह दिवस सामाजिक-आर्थिक विकास और वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों की प्रगति में इस क्षेत्र के योगदान को दर्शाता रहा है।
पर्यटन प्रमुख आर्थिक क्षेत्रों में से एक है, जो निर्यात में योगदान देता है और वैश्विक समृद्धि को बढ़ावा देता है। सरकार ने इस क्षेत्र को बढ़ाने और इसमें क्रांति लाने के लिए कई परिवर्तनकारी पहल की हैं ताकि यह आर्थिक विकास, रोज़गार सृजन और सांस्कृतिक कूटनीति के लिए एक शक्ति के रूप में अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सके।
जून 2025 तक भारत में आने वाले पर्यटकों की संख्या 16.5 लाख थी, जबकि बाहर जाने वाले पर्यटकों की संख्या 84.4 लाख दर्ज की गई थी।