दिसम्बर 10, 2025 9:14 अपराह्न

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आकाशवाणी और दूरदर्शन के माध्यम से आपदा चेतावनी व कल्याणकारी योजनाएँ अंतिम छोर तक पहुंचाई जा रही हैं: सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन

सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने कहा है कि सरकार ने लोक प्रसारक प्रसार भारती के अन्‍तर्गत आकाशवाणी और दूरदर्शन के माध्यम से आपदा चेतावनी और कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देश के अंतिम छोर तक पहुंचाना सुनिश्चित किया है। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में डॉ. मुरुगन ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं, जन-परामर्श और आपदा संबंधी सूचनाओं का ग्रामीण, दूरस्थ और सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रसार बहुत महत्‍वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रसार भारती अपने सोशल मीडिया के माध्‍यम से देश के प्रत्‍येक नागरिक तक सूचनाओं का प्रसार करता है। 260 से अधिक आकाशवाणी केन्‍द्रों के प्रसारण ‘न्यूज़ ऑन एयर’ ऐप पर भी उपलब्ध हैं। डॉ. मुरुगन ने बताया कि प्रसार भारती ने वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म भी शुरू किया है। इस पर दूरदर्शन और आकाशवाणी चैनलों के साथ-साथ चुनिंदा निजी समाचार और मनोरंजन चैनलों की लाइव स्ट्रीमिंग की जाती है।

केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि डीडी फ्री-डिश के माध्यम से सूचनाओं तक प्रत्‍येक नागरिक की पहुंच सुनिश्चित की गई है। डायरेक्ट टू होम- डी.टी.एच. प्लेटफॉर्म ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों सहित पूरे देश में कवरेज प्रदान करता है। डी.टी.एच. पर दूरदर्शन के सभी चैनल, आकाशवाणी के 48 चैनल, चुनिंदा निजी चैनल और 260 से अधिक शैक्षणिक चैनल उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि दूरदर्शन और डीडी न्यूज दैनिक बुलेटिन और ‘चर्चा में’, ‘आपदा का सामना’, ‘कैबिनेट के बड़े फैसले’ और ‘साइबर अलर्ट’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सरकारी योजनाओं और आपदा संबंधी सलाहों पर विशेष कार्यक्रम, वृत्तचित्र और रिपोर्ट भी प्रसारित करते हैं। श्री मुरूगन ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-एनडीएमए ने आपदा संबंधी चेतावनियों के भौगोलिक रूप से लक्षित प्रसार के लिए कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल आधारित एकीकृत चेतावनी प्रणाली लागू की है। एसएमएस और मोबाइल ऐप सहित विभिन्न माध्यमों से क्षेत्रीय भाषाओं में भी अलर्ट जारी किए जाते हैं।