कोच्चि में आईसीएआर-केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के शोधकर्ताओं ने लक्षद्वीप सागर में मूंगे की चट्टानों के रंग को प्रभावित कर उन्हें सफेद करने वाले कारणों का सर्वेक्षण किया है। लक्षद्वीप के विभिन्न द्वीपों पर किए गए सर्वेक्षणों से पता चला है कि कठोर मूंगा प्रजातियों का रंग क्षेत्र में समुद्र का पानी गर्म होने के कारण बदल रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसी गर्मी जारी रही तो मूंगा प्रजातियों की मृत्यु के कारण अभूतपूर्व जैव विविधता संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि समुद्र की गर्म लहरों के कारण मूंगे का रंग बदलने से समुद्री आवास के लिए खतरा पैदा होने के साथ ही तट पर रहने वाले लोगों की आजीविका, पर्यटन और मत्स्य पालन क्षेत्रों को भी नुकसान पहुंचेगा।