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अगस्त 13, 2025 1:39 अपराह्न

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आईआईटी रुड़की ने वायरलेस संचार और रडार सिस्टम पर हुए शोध को लेकर  समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

आईआईटी, रुड़की ने कॉमेट फाउंडेशन, आईआईआईटी बैंगलोर और मेंटिसवेव नेटवर्क्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत एक खास रीकॉन्फिगरेबल इंटेलिजेंट सरफेस- आरआईएस तकनीक का लाइसेंस दिया जाएगा, जो वायरलेस संचार और रडार सिस्टम में नए शोध को बाजार तक पहुंचाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि है। आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर एकांत शर्मा और आईआईआईटी बैंगलोर के प्रोफेसर प्रेम सिंह के नेतृत्व में बनी शोध टीम ने इस नई तकनीक को तैयार किया है। इस आरआईएस डिज़ाइन में कई यूनिट सेल्स हैं, जिनमें अलग-अलग परतें और उन्नत आरएफ सर्किट हैं। यह तकनीक विद्युत चुम्बकीय संकेतों को तुरंत बदलने में सक्षम है, जिससे 6-जी नेटवर्क, स्मार्ट सेंसिंग सिस्टम और नए वायरलेस ढांचे में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर के.के पंत ने कहा कि मेंटिसवेव नेटवर्क्स के साथ यह साझेदारी दिखाती है कि शिक्षा और उद्योग मिलकर भारत की तकनीकों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ला सकते हैं। मुख्य आविष्कारक डॉ. एकांत शर्मा ने कहा यह तकनीक संचार और स्मार्ट सेंसिंग के क्षेत्र में क्रांति ला सकती है।