चक्रवात मोन्था भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। 90 से 100 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और आंध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा हो रही है। यह तूफान आज देर रात मचिलीपट्टणम और कलिंगपट्टणम के बीच काकीनाडा के पास तट से टकरा सकता है।
श्रीकाकुलम, विजयानगरम, विशाखपट्टणम, अनाकापल्ली, पूर्व गोदावरी, कोणसीमा, काकीनाडा, कृष्णा, नल्लौर और प्रकाशम जिलों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार वर्षा हो रही है। लगभग 1400 गांव और 44 कस्बे चक्रवात से प्रभावित हो सकते हैं। प्रशासन ने कई जिलों में ओरेंज और येलो अलर्ट जारी किेये हैं। विशाखपट्टणम, अनाकापल्ली और पश्चिमी गोदावरी में मौसम सबसे ज्यादा खराब है। प्रभावित जिलों में स्कूल और कॉलेज दो दिन के लिए बंद कर दिये गए हैं। रेलगाडियों और उडान सेवाओं में भी बाधा आई है और कई रद्द कर दी गई हैं।
आंध्रप्रदेश सरकार ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, बचाव और पुनर्वास कार्य के लिए 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। लगभग 364 स्कूलों को राहत शिविरों में बदला गया है। मछली पकड़ने और नौका चलाने को कल तक के लिए रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को सेटेलाइट फोन और मोबाइल टॉवरों के जरिये बिना किसी बाधा के संचार बनाये रखने का निर्देश दिया है। लोगों को जानकारी देने के लिए प्रतिघंटे मौसम के बारे में बुलेटिन जारी किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री से बात कर राहत और पुनर्वास कार्य के लिए केन्द्र की ओर से सभी सहायता का आश्वासन दिया है।