प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज असम में 18 हजार पांच सौ तीस करोड़ रुपये की प्रमुख ढांचागत और औद्योगिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। पहला कार्यक्रम दरांग में होगा, जहां प्रधानमंत्री मोदी कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इनमें- दरांग मैडिकल कॉलेज और अस्पताल तथा जी.एन.एम. स्कूल और बी.एस.सी. नर्सिंग कॉलेज परियोजना तथा इस क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं शामिल हैं। राजधानी गुवाहाटी में यातायात सुविधा बढ़ाने, भीड़भाड़ कम करने सम्पर्क मार्ग में सुधार करने के लिए गुवाहाटी रिंग रोड़ परियोजना की आधारशिला भी रखी जाएगी। इसके अलावा, ब्रह्मपुत्र नदी पर कुरुवा-नरेंगी पुल का भी शिलान्यास होगा। इससे, इस क्षेत्र में सम्पर्क बढ़ेगा और सामाजिक आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
इसके बाद प्रधानमंत्री गोलाघाट मे नुमालीगढ़ रिफाइनरी संयंत्र में असम बॉयो-एथोनॉल प्राइवेट लिमिटेड का शुभारम्भ करेंगे। इसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करना है। प्रधानमंत्री मोदी नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड में पॉलीप्रोपलीन संयंत्र की आधारशिला भी रखेंगे। इससे, असम के पैट्रो रसायन क्षेत्र का महत्व बढ़ जाएगा। इससे, रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे इस क्षेत्र का समग्र सामाजिक आर्थिक विकास होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कल शाम गुवाहाटी में भारत रत्न से सम्मानित और जाने-माने गायक और संगीतकार डॉक्टर भूपेन हजारिका की सौवीं जयंती समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका के गीत भारत को एकजुट करते रहेंगे और लोगों को ऊर्जा प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री हजारिका की रचनाएं एक भारत श्रेष्ठ भारत की विचारधारा के अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि भूपेन-दा के आदर्श और अनुभव उनके गीतों में समायोजित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भूपेन-दा के संगीत ने भारत मां के प्रति गहरा प्रेम और एक भारत श्रेष्ठ भारत की विचारधारा की उनकी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा कि भूपेन हजारिका की आवाज ने इस क्षेत्र में हिसंक घटनाओं के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र को एकजुट रहने का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री हजारिका समूचे राष्ट्र विशेषरूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए सम्मानीय थे। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विकास में इस क्षेत्र के महत्व और सांस्कृतिक संबंधों का भी उल्लेख दिया। उन्होंने कहा कि रेल और सड़क सम्पर्क किसी देश के आर्थिक विकास के लिए जरूरी हैं, लेकिन सांस्कृतिक सम्पर्क देश की एकता के लिए आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर की प्रगति के बिना देश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि पूरा देश पूर्वोत्तर के इतिहास और विरासत की पहचान कर रहा है और केन्द्र सांस्कृतिक सम्पर्क स्थापित करने पर जोर दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 100 रुपये के स्मारक सिक्के का अरावरण किया और 21 भाषाओं में भूपेन हजारिका की जीवनी का विमोचन किया।